कई लोगों की ये शिकायत होती है कि हाजत होने पर हम पेशाब करने जाते हैं मुक्कमल फ़ारिग होने बाद कपड़े पहनने के बाद पेशाब की कुछ बूंदे कपड़ों के अंदर गिर जाती है।
हकीमी जुबान में इसे मसाना की कमजोरी कहते हैं
ऐसा उन लोगों के साथ भी होता है जो खड़े-खड़े पेशाब करते हैं और हमारे उन नमाज़ी भाइयों के साथ भी होता है जो पाक साफ रहने की जीतोड़ कोशिश करते हैं लेकिन इस मसले पर आकर निराश हो जाते है
तो एक भाई ने पूछा कि ये कोई बीमारी का संकेत है या नसों में रुका हुआ मूत्र है जो खड़े होने पर निकल जाता है।
तो आपको यह जान लेना चाहिये कि उम्र के बढ़ने पर इंसान की नसों पर कंट्रोल कम हो जाता है.
एक बेहतरीन देशी नुस्ख़ा है जो इस समस्या से 1 महीने में आपको निजात दिला सकता है आपकी नसों पर कंट्रोल बढ़ाकर सेक्स टाइमिंग बढ़ाता है।
बहुत ही आसान है इसे बनाना चलिये देखते हैं. जरूरी सामान-
1. बादाम -100ग्राम
2. शक्कर का बूरा-100ग्राम
3. भुने हुवे चने-100ग्राम
4. काले तिल-100ग्राम
इन चारों चीजों को पीसकर घी में हल्का भून लीजिए 1 चम्मच रात को सोने से पहले दूध के साथ लीजिये 30 दिन में आपको मुक्कमल इलाज हासिल होगा।
यह नुस्ख़ा पूरी तरह आजमाया हुआ है फिर भी प्रयोग करने से पहले मुझे अपनी जिस्मानी हकीकत बताकर प्रयोग करें.